श्रीमती राधा रानी TWENTY-FIVE PRINCIPLE QUALITIES
श्रीमती राधारानी में असीमित दिव्य गुण हैं,जिनमें से पच्चीस गुण प्रमुख हैं। श्रीकृष्ण श्रीमती राधारानी के इन पारलौकिक गुणों द्वारा नियंत्रित होते हैं। 1 मधुरा-मीठी: वह बहुत प्यारी है। 2 युवा: वह हमेशा किशोरी दिखती है 3 अधीर आँखें : उनकी आँखें हमेशा अधीर रहती हैं 4 उज्ज्वल मुस्कान : उनकी मुस्कान जीवंत और उज्ज्वल है 5 शरीर पर सुंदर, शुभ रेखाओं का होना : इनके शरीर पर सुंदर और शुभ रेखाएं हैं 6 शरीर की अद्भुत सुगंध : कृष्ण उनकी शारीरिक सुगंध से बहुत प्रसन्न होते हैं 7 गीतों के विस्तार में माहिर : श्री राधारानी गायन में निपुण हैं। 8 आकर्षक भाषण : उनकी वाणी मनमोहक होती है। 9 मजाक करने में माहिर : श्री राधा रानी परिहास और मधुरभाषण में बड़ी निपुण हैं। 10 विनम्र: वह बहुत विनम्र है। 11 दया से भरी : वह हमेशा दया से भरी रहती है। 12 चतुर : श्री राधा रानी बड़ी चतुर हैं 13 कर्तव्यों का पालन करने में विशेषज्ञ : वह अपने कर्तव्यों का पालन करने में माहिर है। 14 शर्मीली : श्री राधा रानी बहुत शर्मीली हैं। 15 आदरणीय : वह सदैव सभी का आदर करती है 16 शांत: वह हमेशा शांत रहती है। 17 गंभीर: श्री रा